क्या आप भी सीने के दर्द से है परेशान
क्या है सीने का दर्द:सीने में दर्द के कई वजह होते हैं, जैसे कि- मांस के नालियों में दर्द ,हड्डी में दर्द , दिल का दौरा आदि. इनमें से कुछ शिकायत मामूली हैं तो कुछ गौर करने वाली बात ये है कि ज़्यादातर लोगों को सीने में उठने वाले दर्द के पीछे की वजह पता ही नहीं चलती.
कुछ दर्द ऐसे होते हैं जो सीने में सुई की तरह चुभते हैं तो कुछ हलके होते हैं। ऐसे में इन्हें बे तवजजूही करना गलत है। इसे छोड़ देने से आपकी जान पर भी खतरा आ सकती है। ऐसे में आज हम आपको सीने में दर्द के बारे में तफसील से बताने वाले हैं जिसके तहत हम आपको इसके कारणों से लेकर इसके इलाज तक की मालूमात देंगें।
जब कभी आपको सीने के बीच में यानि दरमियान में दर्द हो या भारीपन महसूस हो तो समझ जाइए कि ये दर्द ज़्यादा है । बाकी इसके कंधे, हाथ, जबड़े या पीठ में झनझनाहट होना, पसीना आना या थकावट से होने वाले दर्द पर ध्यान दिया जाना भी ज़रूरी है । इसे भी पढ़े: यह है आके लिए ज़रोरी
इन अलमतों को नज़रंदाज़ करने से आपकी परेशानी और बिगड़ सकती है । इसलिए बेहतर है कि जब भी कभी ऐसा महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से मशवरा लें ।
किस तरह से पाएं दर्द से राहत
अगर घरेलू इलाज कि बात करें तो हल्का खाना खाना ज़्यादा फायदेमंद होता है। इससे आपके दर्द में आराम मिल जाएगा ।
अगर ये दर्द लगातार रहता है, तो डॉक्टर के पास जाने की हड़बड़ी न दिखाएं बल्कि पहले खुद को शांत करने की कोशिश करें । क्योंकि ऐसी सिचुएशन में आपकी बेचैनी आपकी सबसे बड़ी दुश्मन बन सकती है ।
खुद को इत्मीनान करने के लिए, कुछ हेल्थ रिपोर्ट्स के ज़रिए, आप अपनी ज़बान के नीचे नाइट्रेट जैसी दवा रख सकते हैं । इसकी मदद से आपको सीने में दर्द से उतनी राहत तो मिल ही जाएगी कि जितने में आप डॉक्टर के पास जा सकें।
दर्द के कारण: बता दें कि, सीने में दर्द के कई कारण होते हैं। यह मस्कुलोस्केलेटल हो सकता है, जो चमड़ा, हड्डी या जोड़ों से पैदा होता है। इसके अलावा, ये एसिड-रिफ्लक्स हो सकता है जो फूड-पाइप या पेट में बनने वाले बीमारी से पैदा होता है।
सीने में दर्द फेफड़े से भी उठ सकता है। दर्द का एक वजह धमनियां यानी कि arteries भी हैं। मतलब यह कि, सीने में दर्द हृदय की धमनियों यानी कि हार्ट में रुकावट आने से भी हो सकता है, जिससे हृदय की बीमारियों में ब्लड और ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो जाती है ।
सीने में दर्द के अलामात:पसीना आना,सांस लेने में तकलीफ ,धड़कन कम होना,सिर में मंद दर्द होना ,डकार लेना,उल्टी होना इत्यादि भी शामिल है। इसका खास ख्याल रखें।
सीने में दर्द होने से कैसे रोकें आराम दिलाएं? छाती में दर्द को रोकने के लिए आप कई कोशिश कर सकते हैं – इसमें दोनों दिल संबंधी और गैर-दिल संबंधी छाती दर्द के किस्म शामिल हैं।मिसाल के तौर पर, जो लोग हुक्का करते हैं, वो हृदय संबंधी छाती के दर्द से हुक्का पीना छोड़ कर और एक स्वस्थ जिंदगी जी सकते हैं। जिन लोगों को दिल से संबंधी रोग होने का ज़्यादा तर खदशा लाहिक है,
वे डॉक्टर के बताए गए नियमों और दवाओं का इस्देमाल करके दिल रोग मीताअल्लिक जोखिम और उनके साथ छाती के दर्द के अलामतो को कम कर सकते हैं। एथेरोस्क्लेरोसिस का इलाज करके सीने में दर्द होने से रोका जा सकता है।
दिल-संबंधी सीने के दर्द की तरह, गैर-दिल-संबंधित सीने के दर्द की रोकथाम भी उसके दर्द के दरमियानी वजहों की रोकथाम करके कीया जा सकती है। मिसाल के तौर पर निमोनिया, मांसपेशियों में खिंचाव,
और आघात वगैरह के जोखिम को बढ़ाने वाली परेशानी से बचना भी गैर-दिल संबंधी छाती के दर्द की रोकथाम में मदद करता है।
गैस वाला दर्दक्या है?
जिसे आप गैस वाला दर्द कहते हैं, उस हार्टबर्न कहा जाता है। लेकिन, खास बात ये है कि इस दर्द का हार्ट से कोई लेना देना नहीं रहता है। असल में, ऐसा पेट में किसी परेशानी की वजह से होता है ।
ये तो आप जानते होंगे कि खाने को पचाने के लिए शरीर में कुछ एसिड निकलते हैं और जब यह एसिड ज्यादा निकलता है तो पेट की मांसपेशियों में परेशानी होती है और उससे सीने में दर्द होता है।