कमर दर्द से पाएं मिनटों में छुटकारा यह है नुस्खा
कमर दर्द :आजकल के नौजवान कमर दर्द से परेशान रहते हैं। इनमें लड़के और लड़कियां दोनों ही शामिल हैं। हर किसी के पास इस कमर दर्द की वजह अलग हो सकती है। लेकिन जरूरत सभी की एक है कि कैसे जल्दी से जल्दी इस कमर दर्द से आजादी मिले।
कोरोना को देखते हुए अधिकतर लोग हॉस्पिटल्स जाने से डर रहे हैं। इस कारण जो ऐसी परेशानियां हैं, जिनके इलाज के लिए हम घरेलू या लाइफस्टाइल से जुड़े जुगाढ़ अपना सकते हैं, उन्हीं से अपना इलाज आजकल ज़्यादा किया जा रहा है।
घर में बैठे रहने की वजह जिस परेशानी ने सबसे ज़्यादा लोगों को परेशान किया है, वह है कमर दर्द।करीब एक दहाई पहले तक कमर दर्द केवल बुजुर्गों की बीमारी मानी जाती थी या महिलाओं में पीरियड्स के दौरान यह परेशानी ज़्यादा तर देखने को मिलती थी।
जब कि आज बचपन से लेकर 26 साल के युवा तक, हर कोई अक्सर इस परेशानी का सामना करता है। वजह है नौजवानों की बदलता हुआ हुआ काम , आदत और जॉब डिमांड्स।
कमर दर्द की ख़ास वजहें
कमर दर्द की ख़ास वजहों में लाइफस्टाइल से जुड़ी कुछ खास बातें शामिल हैं। जैसे बहुत नर्म गद्दे पर सोना ज़्यादा वक्त तक हाई हील पहने रहना,बहुत ज़्यादा वजन बढ़ जाना, जिस्म में कैल्शियम की कमी, बहुत देर से एक ही जगह पर बैठे रहना, जिस्मानी गतिविधियों की कमी,एक्सर्साइज ना करना आदि।
दर्द से छुटकारा पाने के घरेलू इलाज: एक बड़ा चम्मच सरसों या नारियल का तेल लें। इसमें लहसुन 5 से 6 छिली हुई कलियां डालकर पका लें। जब तेल ठंडा हो जाए तो इस तेल से गुसल करने से पहले शरीर की मालिश करें। खास तौर पर कमर में।
लहसुन नैचरल पेनकिलर की तरह काम करता है। यह आपको जल्द राहत देगा। इस बात का खास ध्यान रखें मालिश करने के कम से कम वक्त 30 मिनट बाद गुसल करें। ताकि आपका जिस्म इस तेल को अच्छी तरह चूस ले।
बैठने मे वकफा करें: आजकल वर्क फ्रॉम होम के वजह अधिकतर औरतें घर में काम में रहती हैं और फिर एक ही जगह पर घंटों बैठकर काम करती रहती हैं। इससे भी कमर दर्द की परेशानी बढ़ जाती है। इससे बचने का तरीका यह है कि बीच-बीच में ब्रेक लें।
जानिए क्या-क्या होते हैं कमर के दर्द की आलम कमर दर्द की निशानी जानने की जरुरत होती है। जिससे कि आप पहले से ही होशियार हो जाएँ। कमर दर्द के दरम्यान देखा जाता है कि आपके जिस्म का तापमान बढ़ा हुआ होता है।
वहीं जिस्म के कई जगहों जैसे पीठ में सूजन आ सकती है। कमर के साथ पीठ में भी सूजन मालूम किया जा सकता है। अगर आप ज्यादा वक्त एक ही जगह पर लेटे या बैठे हुए हो तो ये परेशानी को दो गुना बढ़ाने का काम करता है।
ज्यादा वक्त तक अगर आप अपनी पोजीशन को नहीं बदलते हैं तो हालत और खराब हो सकती है और दर्द घुटनों तक भी फ़ैल सकता है।वहीं अगर आप ज़्यादा समय से कमर दर्द जैसे परेशानी से परेशान है तो इसे हल्के में न लें।
आप कई तरह की जांच भी करवा सकते हैं जैसे कि एक्स रे,सिटी स्कैन, फ़ैसट ओर्थोग्राम, डिस्कोग्राफी ये सारी जांचें आप करवा सकते हैं। इनसे आप को मालूम चल सकता है कि कौन सी नस के पास ज़्यादा असर पड़ रहा है।
जिस के वजह से कमर दर्द ठीक नहीं हो पा रहा है। साथ ही साथ इन जांचों से आपको एमआरआई की जानकारी मिल जाती है। इन जांच की रिपोर्ट को सबसे ज्यादा जिम्मेदार माना जाता है। ताकि समस्या का सही तरीके से मसला जान के उस का इलाज अच्छे से करवाया जा सके।
,घर और ऑफिस की जिम्मेदारियों के बीच अपने फ्री टाइम या मी टाइम के साथ समझौता न करें। खुद को फिजिकली और मेंटली अच्छा रखने के लिए आपको अपना वक्त देना बहुत जरूरी हो जाता है।