Home Blog Page 3

ऊंटनी के दूध के अनेक फायदे और बीमारियों से लड़ने की शक्ति

ऊंटनी के दूध के अनेक फायदे

ऊंटनी के दूध के अनेक फायदेWelcome To How To Treatment:-

 ऊंटनी के दूध का बीमारियों से लड़ने की ताकत

  1. आइए जानते है ऊंटनी के दूध के फायदे benefits of camel milk in Hindi Urdu
  2. ऊंटनी के दूध का कैसे उपयोग करें|how to use Camel milk in Hindi
  3. किया ऊंटनी के दूध के कुछ नुकसान भी है|side effects of Camel milk Urdu
  4. कब  और कैसे बीमारियों के लिए ऊंटनी का दूध इस्तेमाल करना चाहिए|Comel milk use for how much disease

 

1.ऊंटनी के दूध के है इतने गुण और फायदे -benefits of Camel milk in Urdu

2. ब्लड में शुगर की मात्रा को कम कर देता है ऊंटनी का दूध 

  इसलिए घरेलू उपचार के लिए ऊंटनी का दूध इस्तेमाल करते हैं 
 

3.कैंसर की मरीजों के लिए ऊंटनी का दूध का इस्तेमाल अच्छा है 

 कैंसर की मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है ऊंटनी का दूध 

4. कैसी बीमारियों के लिए ऊंटनी का दूध लाभदायक है 

(1) दोस्तों क्या आप जानते हैं की लीवर जैसी गंभीर समस्या में भी ऊंटनी के दूध का इस्तेमाल की सलाह दी गई है 
 
(2) कुछ डॉक्टर शुगर की बीमारी के लिए ऊंटनी के दूध को रामबाण इलाज बताया 
 
(3) कई सारे रिसर्च में कैंसर से लडने के लिए ऊंटनी के दूध को फायदेमंद माना है
 
(4) कुछ लोगों ने किडनी की बीमारियों के लिए ऊंटनी के दूध को  काफी फायदेमंद माना है
(5) अथरी की बीमारियों में आराम देता है ऊंटनी का दूध
 
(6) अगर हम बात करें अलर्जी के बारे में तो काफी फायदेमंद है ऊंटनी का दूध ऊंटनी के दूध के अनेक फायदेअमूमन काफी सारी बीमारियों के लिए ऊंटनी का दूध 1 घरेलू उपचारघरेलू उपचार में इस्तेमाल किया जाता है और बेहद ही फायदेमंद और प्रोटीन से भरा ऊंटनी का दूध लग भग हर बीमारी के लिए काफी लाभदायक है

2. कैसे करें ऊंटनी के दूध का इस्तेमाल -how to use Cemel milk in Hindi

कैसे उपयोग करें:
जानते हैं ऊंटनी के दूध का इस्तेमाल कैसे करें आपको बता दें कि पीने के साथ-साथ कॉफी चाय चीज इत्यादि कई सारी चीजों में इस्तेमाल किया जाता है ऊंटनी के दूध से पनीर और बटर भी लोग बनाते है
दोस्तों एक सेहतमंद व्यक्ति दिन में ऊंटनी का दूध 1 से 3 बार इस्तेमाल कर सकता है अधिक इस्तेमाल के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें  
 
जानकारी के लिए बता दें कि ऊंटनी के दूध के फायदे के साथ कुछ नुकसान भी है 
टीवी के मरीजों के लिए ऊंटनी का दूध नुकसानदायक हो सकता है 

डेंगू क्या है डेंगू के लिए आयुर्वेदिक उपचार डेंगू के लक्षण home remedies for dengue fever

 

डेंगू क्यों होता है? डेंगू होने से इंसान का प्लेटलेट क्यों तेजी के साथ घटने लगता है ?प्लेटलेट्स घटने पर इंसान की बॉडी मैं  क्या असर पड़ सकता है और कितना प्लेटलेट रहने से इंसान चल फिर सकता है तो हमारे साथ जुड़े रहिए आखिर तक इस पोस्ट को देखे बिना नहीं जाइएगा आइए सबसे पहले बात कर लेते हैं

 डेंगू चा है? यहाँ पर क्लिक करें 

दोस्तों डेंगू एक तरह की फीवर है बुखार है जो मच्छर के काटने की वजह से होता है दरअसल यह मच्छर ऐसी जगहों मैं जन्म लेता है जहां कचरा ज्यादा हो गंदगी ज्यादा हो ऐसी जगह मैं इन मच्छरों का जन्म होता है और फिर यह मच्छर जब इंसान को काटता है तो इस मच्छर के अंदर एक तरह की जहर होती है जिसके वजह से डायरेक्ट इंसान के प्लेटलेट के ऊपर असर पड़ता है और जैसे ही यह मच्छर इंसान को काटता है तो वह अपनी जहर को उस इंसान के खून मैं डाल देता है जिसकी वजह से प्लेटलेट काफी तेजी के साथ घटने लगता है और डेंगू इतनी खतरनाक बीमारी बन गई है कि अगर समय रहते आप डेंगू का इलाज नहीं कर पाए तो जान से भी हाथ धो सकते हैं क्योंकि अभी तक डेंगू का कोई सटीक इलाज भी नहीं निकला है जिससे पूरी तरह से इंसान को डेंगू से स्वस्थ कर सके हां लेकिन कुछ चीजें ऐसी है जिसका उपयोग करके इस्तेमाल करके आप डेंगू से बच सकते हैं
डेंगू हो जाए तो क्या करें|और डेंगू से कैसे बचे|
डेंगू मैं क्या खाएं |

दोस्तों अगर आप को डेंगू हो गया है तो सबसे पहले आप किसी हॉस्पिटल मैं जाएं किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाएं उसकी सलाह के बाद जो है उसकी ट्रीटमेंट चालू कर दें हालांकि इस बीमारी के लिए अब तक कोई दवाई एलोपैथिक मैं नहीं है जिसके जरिए से इलाज किया जा सके लेकिन वहीं पर कुछ ऐसी चीजें हैं जिससे डेंगू के जहर को खत्म किया जा सकता है लेकिन यह भी कोई सटीक इलाज है जिसके जरिए से आप बिल्कुल ठीक हो जाएं लेकिन अगर आप आयुर्वेद मैं जाएंगे तो कहीं ना कहीं इस बीमारी का इलाज रखा हुआ है जी हां इसके लिए आपको कुछ नहीं करना होगा बल्कि एक छोटा सा काम करने से डेंगू की समस्या और डेंगू की बीमारी से निजात पा सकते हैं

अधिक जानकारी के लिए इस पर क्लिक किज्यें 

डेंगू के लिए आयुर्वेदिक उपचार  डेंगू फीवर ट्रीटमेंट 

दोस्तों आप या आप या आपके परिवार मैं किसी को भी डेंगू हो गया है तो सबसे पहले आप जूस का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें इस के बाद आप फ्रूट का सेवन करें साथ ही पपाया के पत्ते का जूस बना कर उस का इस्तेमाल करें कम से कम दिन भर मैं तीन बार पपाया के पत्ते का जूस लें याद रहे की पपाया का सबसे उपर वाला पत्ता हो को बिल्कुल नई हो नीचे के पत्ते का जूस नहीं बलके नए पत्ते का जूस पिए
  • यह है डेंगू का आयुर्वदिक उपचार
  • डेंगू का देसी ट्रीटमेंट कैसे करें
  • अगर आपको डेंगू हैं तो क्या करें 
  • इन चीज़ों का इस्तेमाल करें
  • यह है डेंगू का आसान इलाज

paralyse क्या है|पैरालाइज का इलाज कैसे करें| पैरालाइज का आयुर्वेदिक उपचार|desi medicine for paralyse

पैरालाइज का जड़ी बूटी इलाज 

पैरालाइज की बीमारी है जो इंसान को पूरी तरह से बिस्तर मैं बिठा देता है दोस्तों अगर लकवा की बात की जाए तो लकवा यानी के paralysis 5 प्रकार का होता है उसका इलाज कुछ इस प्रकार है आपको कुछ इस तरह से करना होगा

पैरालाइसिस कितने प्रकार का होता है

अब पैरालाइज काा इलाज आयुर्वेदिक मेडिसिंस के जरिए संभव है वह भी घर बैठे आप तीनों प्रकार के लकवा का इलाज आसानी से कर सकते हैं आइए 

1)सबसे पहला प्रकार है मुंह का लकवादोस्तों आमतौर पर आपने देखा होगा कि जिस को मुंह का लकवा होता है उसका मुंह चाहे बाएं तरफ या दाहिने तरफ टेढ़ा हो जाता है इसे फेशियल पैरालाइसिस कहते हैं

2) एक तरफ काम नहीं करता है जैसे के एक पैर या एक हाथ हो सकता है एक पैर ही उनका लकवा के कारण उसमें शक्ति ना रही हो या 

3) अगर किसी वेक्ती को लकवा की बीमारी है और कमर के नीचे उसका जो हिस्सा है वह काम नहीं कर रहा है तो यह तीसरे तरह की लकवा है जिसकी वजह से कमर का जियदा तर हिस्सा काम नहीं करता है

पैरालाइसिस आयुर्वेदिक मेडिसिन home remedies for paralysis 

आपको बिछाढ़ सांप का खाल लेना है दरअसल बिछड़ सांप का खाल आपको आसानी से नहीं मिलेगी बल्कि गर्मियों के मौसम में यह सांप अपनी खाल खाड़ कर फेंक देती है 

जिस आदमी को लकवा की बीमारी हो जाए तो उसका ठीक होने में काफी टाइम लग जाता लाक्वा का एक ही इलाज है कि जैसे ही आप इस बीमारी के चपेट में आए फोरण देरी किए सबसे पहले आप इसका आयुर्वेदिक इलाज कराएं या किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाएं 

पथरी का इलाज कैसे करें|पथरी का आयुर्वेदिक इलाज|home remedies for kidney stone

घर बैठे ही करें पथरी का इलाज यह है उपचार 

दोस्तों आज की इस पोस्ट मैं आप सभी को बताने वाले हैं कि किस तरीके से एक बड़ी बीमारी जो पथरी का बीमारी है उसका इलाज कैसे कर सकते हैं वह भी घर बैठे आयुर्वेदिक के जरिए से पथरी की बीमारी एक ऐसी बीमारी है जो लगभग पूरे भारत ही मैं नहीं पूरी दुनिया मैं 20% लोगों को है और यह कैसे होता है इसका आयुर्वेदिक इलाज क्या है कैसे घरेलू उपाय से स्टोन को खत्म कर सकते हैं कितना एमएम अगर हो तो बगैर ऑपरेशंस के ऐसे आयुर्वेदिक के जरिए से गला सकते हैं इस सारी चीजें आपको स्टेप बाय स्टेप बताएंगे सबसे पहले अगर आपको पथरी की बीमारी है तो उसके लक्षण क्या होगी कैसे पता करें कि हमें किडनी स्टोन हो गई है पथरी हो गई है

 पथरी होने के कारण और उसका लक्षण क्या है

दोस्तों पथरी कई कारणों से होता है उन्हीं कारणों मैं से एक कारण है अगर आप पालक का खूब सेवन करते हैं तो उसकी वजह से भी पथरी हो सकती है या पानी का कम सेवन करना इससे भी पथरी की बीमारी आपको हो सकती है हालांकि पथरी हर इंसान के अंदर है लेकिन वह एक लिमिट में है और जब लिमिट से आगे बढ़ता है तब इंसान को लगता है कि पथरी हो चुका है इसके अलावा जिन्हें गठिया की शिकायत होती है उन्हें भी पथरी हो जाता है इसके अलावा बीजयुक्त वाली सब्जियां जैसे बैगन टमाटर भिंडी का ज्यादा इस्तेमाल करने से भी पथरी की बीमारी हो जाती है लेकिन मुख्य कारण जो हैं वह पानी का कम पीना है अगर आप पानी कम पीते हैं तो ऐसे मैं पथरी के होने के चांसेस बढ़ जाते हैं अगर आप चाय का ज्यादा सेवन करते हैं तो इससे भी पथरी हो सकता है

कैसे पता करें कि पथरी हो गया है पथरी होने का लक्षण

अगर आप के पेशाब में बदबू आ रहा है और पेशाब गहरा हो रहा है तो समझिए कि पथरी की बीमारी आपको भी हो गई है पथरी होने के लक्षण मैं यह एक बड़ी लक्षण है कि आप के पेशाब से बदबू आना पेशाब का गहरा होना जिस इंसान को पथरी की बीमारी होती है उसके पसलियों मैं दर्द होता हैधीरे-धीरे पेट मैं दर्द होना शुरू हो जाता है और पेशाब मैं भी जलन होता है अगर आपके पेट मैं दर्द हो रहा है पसलियों मैं दर्द हो रहा है और पेशाब मैं जलन हो रही है तो आप समझ ले कि पथरी के शिकार आप भी हो चुके हैं इसके अलावा अगर पेशाब मैं खून आ रहा है तो भी गुर्दे मैं पथरी की निशानी है ऐसे मैं आप इस जड़ी बूटियां आज हम आपको बताएंगे उसका इस्तेमाल करें

पथरी का आयुर्वेदिक और जड़ी बूटी इलाज

दोस्तों अगर आपको पथरी हो गया है तो एलोपैथिक मैं ऑपरेशन के अलावा कोई इलाज नहीं है लेकिन वहीं अगर आप आयुर्वेदिक की बात करें तो आयुर्वेदिक में इसका इलाज मौजूद है आयुर्वेदिक मैं कई ऐसी औषधियां है जिसका इस्तेमाल करके आप पथरी जैसी बीमारी से मुक्त हो सकते हैं उन्हीं चमत्कारिक औषधियों मैं से एक औषधि है पत्थरचट्टा दोस्तों पत्थरचट्टा पथरी के लिए काफी मशहूर है और यह पथरीली जमीन पर पाया जाता है खासकर पहाड़ी इलाकों मैं पाया जाता है और वह दिखने मैं कुछ इस प्रकार से होता है इसके अलावा अगर पथरी की बीमारी से आप छुटकारा पाना चाहते हैं तो पपीते का जड़ का भी इस्तेमाल कर सकते हैं काली मिर्च के साथ सुबह खाली पेट उसका सेवन करने से पथरी जैसी बीमारी खत्म हो जाती है इसके अलावा अगर आप पथरी की बीमारी से निजात पाना चाहते हैं तो साईं स्टोन का इस्तेमाल कर सकते हैं जो के हिमालया कंपनी का है और यह आसानी से आपको किसी भी मेडिकल स्टोर में मिल जाएगा गुर्दे की पथरी को पेशाब के रास्ते से निकालने वाली यह एक अद्भुत दवा है इसका नाम है साईं स्टोन

पथरी का यह है जड़ी बूटी इलाज

  • दोस्तों अगर आप पथरी की बीमारी से जूझ रहे हैं पथरी की बीमारी आपको हो गई है तो ऐसे मैं एक और 
  • दवा है जो बेहद पथरी की बीमारी के लिए काम करता है वह है साजन की लकड़ी जिससे सजना भी कहीं 
  • कहा जाता है उसकी लकड़ी को लेना है और उसके बाद आपको थोड़ा सा उबालकर के यानी के एक 
  • गिलास पानी को आधा गिलास बनाकर उस पानी को आपको थोड़ा सा ठंड करके लगभग हफ्ते दिन तक
  •  सुबह खाली पेट पीना है इससे पथरी जैसी बीमारी आपसे दूर हो जाएगी और हमेशा के लिए आप पत्नी से
  •  छुटकारा पा जाएंगे

ayurvedic Upchar for piles home remedies बवासीर होने का कारण और उसका घरेलू उपचार

बवासीर की बीमारी और उसका इलाज

दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं पाइल्स की बीमारी को लेकर के बवासीर की बीमारी को लेकर के बवासीर क्या है कैसे होता है बवासीर का लक्षण क्या है किन चीजों के कारण बवासीर की बीमारी होती है इन सारी चीजों को स्टेप बाय स्टेप विस्तार से हम बताएंगे सबसे पहले आप इस चीज को समझें कि अगर आपके शरीर में इम्यून सिस्टम काफी कम है तो उसकी वजह से बीमारी के चांसेस काफी बढ़ जाता है तरह-तरह की बीमारियों में आप मुक्कला हो जाते हैं लेकिन जहां तक बात रही बवासीर की दवा की एक ऐसी बीमारी है जो गर्मियों के कारण उत्पन्न होती है ज्यादा गर्म सामान खाने के कारण यह बीमारी आपके शरीर में आती है जैसे मीट मछली अंडा चिकन इत्यादि का अगर आप ज्यादा सेवन करते हैं और ऐसे में आप का पाचन सिस्टम ठीक नहीं है तो इस बीमारी के जद में आ सकते हैं आ सकते हैं

Home remedies for Fiver disease बुखार का अचूक घरेलू उपचार

दोस्तों बवासीर की बीमारी एक ऐसी बीमारी है जिससे इंसान धीरे धीरे सूखता चला जाता है अगर बवासीर आपका खूनी है तो लैट्रिन के रास्ते से काफी ब्लड निकल जाता है जिसके वजह से जिस्म का ब्लड आपका घटने लगता है और अगर बवासीर बादी है तो ऐसे में आपके पेट में फर्क पड़ता है पेट के पार्षद सिस्टम को गड़बड़ा देता है दोस्तों यहां पर हम बात करेंगे दोनों तरह की बवासीर को लेकर चाहे वह वादी हो या खूनी दोनों का इलाज ही बहुत आसान है बिल्कुल आसान तरीके से दोनों बीमारी का इलाज कर सकते हैं वह भी घरेलू उपचार के साथ आइए जानते हैं क्या है बवासीर का घरेलू उपचार

बवासीर का घरेलू उपचार piles home remedies

दोस्तों अगर आप पाइल्स की बीमारी से छुटकारा पाना चाहते हैं अगर आपको भी बवासीर की बीमारी है चाहे वह कितना भी पुराना हो अब आपको अंग्रेजी दवाई लेने की जरूरत नहीं है बस इतना काम करें एक केकड़े को लेकर आएं और उससे अच्छे से सुखाकर पीसकर पाउडर बना लें इसके बाद एक मिट्टी का गोला बनाएं और उस मिट्टी के गोले को आग में थोड़ा सा गर्म करके उस पर केकड़े का पाउडर रख दें या फिर केकड़े के पाउडर को अपने आप उस जगह पर लगा सकते हैं जहां बवासीर है फिर उसके बाद उसमें आप बैठ जाएं या उसके ऊपर बोरी रखकर बैठ जाएं इसी तरह से लगभग 3 से 4 दिन इस उपाय का इस्तेमाल करें बवासीर बिल्कुल जड़ से खत्म हो जाएगी 

बवासीर के लिए चमत्कारी दिव्य औषधि

दोस्तों बवासीर के लिए आयुर्वेद में अलग-अलग जड़ी बूटियां हैं अलग-अलग दवाई हैं जिसका अलग अलग तरीके से इस्तेमाल है लेकिन इन्हीं जड़ी बूटियों में से एक जड़ी बूटी है चिड़चिड़ा जंगल चिड़चिड़ा जंगल यूं तो बहुत सारी बीमारियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है इसके 3 परजाती हैं लेकिन बवासीर के लिए जिस प्रजाति का इस्तेमाल किया जाता है वह चिरचिरा जंगल कुछ इस प्रकार से दिखता है उसके पत्ते थोड़े लंबे लंबे होते हैं और उसके टहनी में कांटा ज्यादा होता है और लंबा सा कांटा वाला एक फूल के शक्ल में होता है उसको बवासीर के लिए इस्तेमाल किया जाता है चाहे आप पेस्ट बना करके उसका इस्तेमाल करें या फिर उसे अच्छे से पीसकर के पेस्ट बनाकर आप उसे उसी जगह पर लगा दे बवासीर बिल्कुल खत्म हो जाएगा 

मकोय एक चमत्कारी औषधि अगर आप भी बार बार बीमार पड़ते हैं तो इस औषधि के बारे में जरूर जाने benefit of solanum nigrum

जड़ी बूटी एक फायदा अनेक (काकमची)

दोस्तों यूं तो दुनिया में हजारों तरह की जड़ी बूटी है लेकिन हर जड़ी बूटी का अपना अलग काम है हर जड़ी-बूटी अलग-अलग बीमारी के लिए इस्तेमाल की जाती है लेकिन आज हम जिस जड़ी बूटी के बारे में बात करने वाले हैं वह जड़ी बूटी है काकमची दोस्तों काकमचि को अलग अलग भाषा में अलग अलग जबान में अलग अलग नाम से जाना जाता है लेकिन आमतौर पर काकमची जिस नाम से ज्यादा फेमस है वह है मकोय दोस्तों इसे मकोय के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि अधिकतर इसके जो पौधे हैं वह मक्का के खेत में ज्यादा पाए जाते हैं जब मक्का का सीजन होता है तब यह पौधा अधिक मात्रा में मक्का के खेतों में आपको मिल जाएगा इसीलिए इसे मकोय भी कहा जाता है और इंग्लिश में इससे solanum nigrum के नाम से जानते है  इसके अलावा तमिल में गुजराती में मलयालम में मराठी में बंगाली में आसामी में अलग अलग नाम से भी जाना जाता है लेकिन यह दो नाम इसके ज्यादा फेमस है

क्या है मकोय का फायदा जानकर रह जाएंगे दंग

दोस्तों  यूं तो काकमचीपेट की हर बीमारी के लिए इस्तेमाल किया जाता है पेट की हर समस्या में काफी लाभदायक है अगर आपके पेट से आवाज आ रही है खाना खाया नहीं जा रहा है पाचक सिस्टम सही नहीं है तो इसके लिए मकोय का इस्तेमाल कर सकते हैं अगर पाचक सिस्टम आपका गड़बड़ है ऐसे में मकोय के जो बीज है उसका काढ़ा बनाकर पीने से आपका पाचक सिस्टम दुरुस्त हो जाएगा मकोय एक उत्तम औषधि है जिसका इस्तेमाल सांस संबंधित विकारों को दूर करने कुछ और बुखार को खत्म करने और पेशाब को बढ़ाने के लिए किया जाता है अगर आपको बार-बार पेशाब आता है हिसाब की बीमारी है तो इसके लिए आप मकोय का इस्तेमाल कर सकते हैं पेशाब की बीमारी के लिए बहुत ही लाभदायक है


किडनी और बवासीर के लिए मकोय का इस्तेमाल करें

कुष्ठ रोग बुखार और सांस की बीमारी के अलावा मकोय का इस्तेमाल किडनी सूजन और बवासीर के लिए भी किया जाता है इसके अलावा दस्त की बीमारी के लिए भी मकोय का इस्तेमाल किया जाता है आपको बता दें कि कई प्रकार के चर्म रोग के लिए भी मकोय का इस्तेमाल कर सकते हैं मकोय एक बहुत ही फायदेमंद पौधा है जिसका इस्तेमाल अनेक बीमारियों के लिए किया जाता है दोस्तों मकोय का पत्ता फल और पौधा तीनों चीजें काम में आता है अगर किसी को लीवर की समस्या है तो ऐसे में आप इसके जड़ तने पत्ते और फूल का रस निकालकर उसे काढ़ा बनाकर 10 से 15 मिलीग्राम रस को खूब गर्म करें इतना गर्म करें कि उसका रंग हरे से लाल या पीला हो जाए इसके बाद उसका लगभग 15 दिन तक सेवन करें लीवर की समस्या खत्म हो जाएगी  लेकिन याद रहे कि इससे मिट्टी के बर्तन में रखें और रात में गर्म करने के बाद इसे ठंडा करके सुबह खाली पेट इसका सेवन करें लीवर की समस्या के लिए काफी लाभदायक माना जाता है मकोय के फल फूल पत्ते और जड़ को 

चर्म रोग हार्ट ब्लॉकेज किडनी सूजन एग्जिमा दाद खाज खुजली बुखार जौंडिस सूजन प्याज की ज्यादा थी पेशाब की ज्यादा थी हाजमा अनेकों बीमारी के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है 

पीलिया के लिए भी मकोय का इस्तेमाल किया जाता है जॉन्डिस के लिए कैसे मकोय का करें इस्तेमाल
दोस्तों किडनी पेशाब कुष्ठ रोग सांस दमा और इसके अलावा लीवर जैसी बड़ी समस्याओं के अलावा मकोय का इस्तेमाल जॉन्डिस के लिए भी किया जाता है जॉन्डिस के लिए इस्तेमाल करने का तरीका यह है कि आप मकोय के फल फूल पत्ते और जड़ को लेकर उसे अच्छी तरह से उबालकर मिट्टी के बर्तन में रखकर एक चुटकी हल्दी डालकर उसका सेवन करें जॉन्डिस जैसी बीमारी इससे खत्म हो जाती है इसके अलावा मकोय का इस्तेमाल हार्ट ब्लॉकेज के लिए भी किया जाता है अगर हार्ट ब्लॉकेज की समस्या है आप हार से परेशान हैं तो ऐसे में आप मकोय का सेवन कर सकते हैं दोस्तों मकोय का इस्तेमाल लगभग सभी प्रकार की बीमारियों के लिए किया जाता है बुखार से लेकर जोंडिस सांस दमा एग्जिमा दाद खाज खुजली हार्ट ब्लॉकेज पेशाब की शिकायत लीवर की शिकायत इसके अलावा किडनी सूजन हाथ पैरों में सूजन भूख और प्यास की कमी प्यास की ज्यादा थी इन सारी बीमारियों में मकोय का इस्तेमाल काफी लाभदायक है 

home remedies for itching दाद खाज खुजली का ऐसे करें घर बैठे इलान

घर बैठे दाद खाज खुजली का करें इलाज

एक ऐसी बीमारी जिसको लेकर लगभग सभी लोग परेशान हैं अगर हम बात करें इस बीमारी के बारे मैं की  यह बीमारी सिर्फ  इंडिया में है तो यह बिल्कुल गलत है यह एक ऐसी बीमारी है जो सिर्फ इंडिया मैं  ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया मैं पाई जाती है और इस बीमारी से सभी लोग  परेशान हैं हालांकि बीमारी छोटी है लेकिन अगर यह बीमारी किसी को हो जाए तो इंसान काफी परेशान हो जाता है दरअसल यह बीमारी है दाद खाज खुजली की जी हां दाद खाज और कई बार दवाई लेने की जरूरत पड़ेगी आज हम आपको बताने वाले हैं दाद खाज खुजली का बिल्कुल आसान इलाज वह भी घर बैठे कैसे कर सकते हैं 

यह है दाद खाज खुजली का आयुर्वेदिक और सटीक इलाज

दोस्तों अगर आप दाद खाज और खुजली से परेशान हैं तो इसके लिए आपको कुछ नहीं करना है सिर्फ एक धुनफी का पेड़ लेना है या उसके कुछ पत्ते लेने हैं और उस पत्ते को लेकर आप को अच्छे से उसे पीस लेना है  याद रहे कि वह धुन्फी का पत्ता ताज़ा हो सुखा या काफी दिन का धुन्फि आप को नहीं लेना है ताज़ा लेेेेके उसका रस निकाल कर खुजली वाली जगह पर लगा लेना है और सुबह डेटॉल साबुन से नहा लें  खुजली से
हमेशा के लिए छुटकारा पा जाएंगे हैं वैसे तो यह आयुर्वेदिक औषधि काफी सारी बीमारियों के लिए काम आता है लेकिन खुजली को खत्म करने के लिए सबसे ज्यादा इस औषधि को असरदार माना जाता है 

कुछ इस तरह से दिखता है धुनफि का पौधा 

  • दोस्तों धुंफि के इस औषधि को पहचानना बहुत ही आसान है यह पौधा लगभग 1 से 2 फिट का होता है और इसमें पत्ते कुछ इस प्रकार से दिखते हैं 
  • अगर आप सब हमारी इस जानकारी से संतुष्ट है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं 

अधिक बीमारियों कि देसी इलाज के बारे में सलाह के लिए
हकीम उबैदुर रहमान से संपर्क करें या( रहमानी शिफा खाना ) बिहार पूर्णिया में विजिट करें

Home remedies for Fiver disease बुखार का अचूक घरेलू उपचार

बुखार कैसे होता है और कैसे करें सटीक इलाज 

fiver (बुखार )एक ऐसी बुमारी है जो साल में किसी भी नोर्मोल आदमी को 4 से 5 बार हो ही जाता है बुखार ऐसी बीमारी जिसका कोई टाइम टेबल नहीं है यह वक्त और इन्सान को देख कर नहीं अति किसी भी वक्त आप को हो सकती है इसी लिए ज़रूरी है की आप बुखार की दावा को जान लें ताकि जब भी कभी आप को बुखार हो तो आप को किसी भी डॉक्टर के पास जाने की ज़रुरत न पड़े और आप घर बैठे ही आसानी से इलाज कर सकें  तो आइये उस घरेलु नुस्खा और घरेलु उपचार के बारे मै  जिससे आसानी से बुखार से छुटकारा पा सकते है वह भी हमेशा के लिए

आप सभी को बता दे अगर आप भी बुखार (fiver )निरोधक बनना चाहते है तो इस को आखिर तक पढ़ें ताकि पूरी तरह से समझ सकें आप भी भी बुखार से छुटकारा पा सकें

किया है बुखार का घरलू उपचार और घरेलु नुस्खा 

 आप उस रुमाल को भीगा कर पानी को निचोड़ लें फिर उस को अपने सिर पर रखे यानि की पेशानी पर रखे और जब वह रुमाल या कपड़ा जो भी हो अगर वह गरम हो जाये तो उस को फिर से भीगा लें फिर उसी तरह से सिर पर रखें फिर पानी में डालें इसी तरह से 10 मिनिट तक करें आप का बुखार खत्म हो जायेगा यह सबसे आसान और घरेलु नुस्खा है जो बिलकुल आसान है अब आइये आप सभी को एक और घरेलु तरीका बताते है जिससे आसानी से बुखार से छुटकारा पा सकते है आइये जानते है उस घरेलु उपचार को

  • जड़ी बूटी से कैसे करें बुखार का इलाज क्या है नुस्खा 
  • आयुर्वेदिक से बुखार से एक दिन मै ही पायें छुटकारा 
  • कैसे करें किस दवाई का इस्तेमल ओवर दोस से क्या है नुकसान 

 ऐसे करें  बुखार को जुड़ से ख़त्म  यह है जड़ी बूटी 

 अब आइये जानते है है की आखिर वह कोन सी जड़ी बूटी है तो दोस्तों इस जड़ी बूटी का नाम है अपामार्ग  (Achyranthes aspera) है दोस्तों इस जड़ी बूटी को अलग अलग भाषा मै अलग अलग नाम से जाना जाता है असामी में अपामागा हिंदी मै अघाडा है कही पर इसे चढ़चड़ा जंगल के नाम से जानते है  सबसे पहले इस जंगल को लेना है और इस के जड़ को निकाल लेना है इस के बाद इस को 1.2 काली मिर्च के साथ पिस कर इस का पेस्ट बना लेना है और उस को खली पेट लें उसके बाद इस को एक बार शाम में भी खाना खाने से पहले लें 

                 बुखार के लिए यह है हमदर्द दावा 


अगर हम बात करें बुखार की हमदर्द दावा की तो बुखार के लिए बहुत दावा मोजूद है हमदर्द में लिकेन इस वक्त हम बात कर कर रहें है जो हमदर्द में सबसे अच्छा काम करता है तो आइये जानते है हमदर्द उस असरदार दावा के बारे मै तो उस दावा का नाम है अक्सीरे शिफा,बुखारीन,हुब्बे बुखार,हुब्बे अजराकी, बुखार के लिए बहुत ही अच्छा काम करता है दोस्तों अगर हम बात करें बुखारें के स्तेमाल के तरीका को लेकर तो इस का इस्तेमाल कुछ इस प्रकार से करना सुबाह नाश्ते के बाद एक टाइम दूसरा रात में खाना खाने के बाद लेना है अगर बुखार खूब तेज़ हो तो ऐसी सूरत में दो पहर मै खाना खाने के बाद भी ले सकते है